फ़रेबों पर ही कायम है सभी की ज़िन्दगी यारो। हक़ीक़त का मियाँ अब सामना कोई नहीं करता। फ़रेबों पर ही कायम है सभी की ज़िन्दगी यारो। हक़ीक़त का मियाँ अब सामना कोई नहीं करता।
पापा आज भी घर जाती हूँ , सब नजर आते हैं एक आप ही नहीं । आज भी लगता है आप आओगे और पूछो पापा आज भी घर जाती हूँ , सब नजर आते हैं एक आप ही नहीं । आज भी लगता है आप आ...
कारवां हूं काफिले का कोई रहगुजर नहीं चंद लकीरे हूं हाथों की पर मुकद्दर नहीं चारदीवारी कारवां हूं काफिले का कोई रहगुजर नहीं चंद लकीरे हूं हाथों की पर मुकद्दर नहीं ...
अब सब सुन रहे हैं मुझे। अब सब सुन रहे हैं मुझे।
तू आएगा कभी मिलने, मुझे ये आस है ऐसे, है मिलों की भले दूरी, मगर तू पास है जैसे। तू आएगा कभी मिलने, मुझे ये आस है ऐसे, है मिलों की भले दूरी, मगर तू पास है जै...
ऐ पवन ! यूँ स्पर्श न करो मुझे , हम किसी की अमानत हो गए हैं । ऐ पवन ! यूँ स्पर्श न करो मुझे , हम किसी की अमानत हो गए हैं ।